वाईएसआर पार्टी की समाजिका न्यायभेरी की आमसभा ।
BREAKING
हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष बडौली पर रेप केस; महिला गवाह ने कैमरे पर कहा- मैंने बडौली को होटल में नहीं देखा, मेरी सहेली दोस्त कहने लायक नहीं नागा साधुओं को नहीं दी जाती मुखाग्नि; फिर कैसे होता है इनका अंतिम संस्कार, जिंदा रहते ही अपना पिंडदान कर देते, महाकुंभ में हुजूम नागा साधु क्यों करते हैं 17 श्रृंगार; मोह-माया छोड़ने के बाद भी नागाओं के लिए ये क्यों जरूरी? कुंभ के बाद क्यों नहीं दिखाई देते? VIDEO अरे गजब! महाकुंभ में कचौड़ी की दुकान 92 लाख की; मेला क्षेत्र की सबसे महंगी दुकान, जमीन सिर्फ इतनी सी, कचौड़ी की एक प्लेट 40 रुपये Aaj Ka Panchang 15 January 2025: आज से शुरू माघ बिहू का पर्व, जानिए शुभ मुहूर्त और पढ़ें दैनिक पंचांग

वाईएसआर पार्टी की समाजिका न्यायभेरी की आमसभा ।

वाईएसआर पार्टी की समाजिका न्यायभेरी की आमसभा ।

वाईएसआर पार्टी की समाजिका न्यायभेरी की आमसभा ।

( अर्थ प्रकाश/बोम्मा रेडड्डी)


अमरावती : (आंध्रा प्रदेश ) वाईएसआर पार्टी की समाजिका न्यायभेरी बस यात्रा शनिवार को ताडेपल्लीगुडेम से शुरू हुई।  बस यात्रा का तीसरा दिन गुंटूर जिला के नरसरावपेट मै संपन्न हुई पार्टी आम सभा में राज्य के सभी मंत्री उपस्थित होकर जनता के दरवाजे पर सरकार की 10 सकते रूप से भी गई बस यात्रा के हिस्से के रूप में, नेताओं ने पुलिस द्वीप, ताडेपल्लीगुडेम में वाईएसआर और अन्य नेताओं को पुष्पांजलि अर्पित की।  इस अवसर पर बोलते हुए, मेरुगा नागार्जुन ने कहा, "सामाजिक न्याय केवल आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के साथ संभव है। कैबिनेट में 17 एससी, एसटी, बीसी और अल्पसंख्यक मंत्री हैं।"

 जोगी रमेश ने कहा कि सीएम वाईएस जगन देश के एकमात्र व्यक्ति हैं जो सामाजिक न्याय की सेवा कर रहे हैं।

 समाजिका न्यायभेरी वाईएसआरसीपी बस यात्रा 26 मई को शुरू हुई। समाजिका न्याय भेरी-वाईएसआरसीपी बस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सामाजिक न्याय पर आंध्र प्रदेश सरकार की पहल को उजागर करना है जो नीति-निर्माण में पिछड़े समुदायों को समान अवसर प्रदान करती है।
 चार दिवसीय बस यात्रा पूरे आंध्र प्रदेश में 29 मई तक चलेगी और अनंतपुर में एक जनसभा में समाप्त होगी।  आंध्र प्रदेश में कुल 17 मंत्रियों ने बस यात्रा शुरू की।

 मंत्रियों के अलावा, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के कई विधायक और एमएलसी, जो पिछड़ा वर्ग (बीसी), एससी-एसटी और अल्पसंख्यक समुदायों के हैं, यात्रा में हिस्सा लेंगे।  74 प्रतिशत बीसी, एससी, एसटी और अल्पसंख्यकों को राज्य मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी।  सरकारी योजनाओं का लगभग 82 प्रतिशत बीसी, एससी, एसटी और अल्पसंख्यकों को दिया गया।